उज्जैन। कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच से जहां 11 जनवरी को ठहाके गूजेंगे। वहां विशाल मंच बनाया जा रहा है, जिसका भूमिपूजन बुधवार को किया गया। यहां हजारों लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी तथा लोग ठहाको का आनंद उठा पायेंगे।
ठहाका मंच का भूमिपूजन डॉ. महेन्द्र यादव, हरिसिंह यादव, रवि राय, ललित लुल्ला, मनोहर परमार, आशीष खंडेलवाल, शुभम अरोरा, रितिक यादव, रोहित चौहान, सत्यार्थ तिवारी, सुरेन्द्रसिंह ठाकुर, गोविंद चांदवानी, मनोज तारानी की मौजूदगी में हुआ। प्रतिवर्षानुसार विश्व हास्य दिवस 11 जनवरी को होने वाला अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन इस वर्ष प्रसिद्द व्यंग्यकार डॉ. शिव शर्मा को समर्पित होगा। कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर शाम 5 बजे से होने वाला यह आयोजन आमजन के लिए पूर्णतः निःशुल्क रखा गया हैं। अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन के संस्थापक-संयोजक डॉ. महेन्द्र यादव ने बताया कि हिन्दी साहित्य एवं मालवा की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सन 2001 में ठहाका सम्मेलन की शुरुआत की गई। तब से अनवरत यह आयोजित किया जा रहा हैं। इस वर्ष ठहाका 20 वर्ष पूर्ण करने जा रहा हैं। ठहाका सम्मेलन को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए हास्य जगत के मशहूर कलाकारों के साथ फ़िल्म एवं टेलीविजन इंडस्ट्री के कलाकार भी हास्य के इस महाकुम्भ में अपनी प्रस्तुति देने आ रहे हैं। परम्परानुसार गधे को गुलाब जामुन खिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। देश विदेश में लोकप्रिय होने वाला मालवा निमाड़ का यादगार गीत हमू काका बाबा ना पोरिया रे.... के गायक आनंदीलाल भावेल अपना म्यूजिकल प्रोग्राम देंगे जो उपस्थित जनसमुदाय को थिरकने पर मजबूर कर देंगे। बॉलीवुड की दो बड़ी सेलेब्रिटी इस बार ठहाका सम्मेलन में शामिल हो रही हैं। टीवी के सर्वाधिक लोकप्रिय धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा के जेठालाल अभिनेता दिलीप जोशी ठहाका सम्मेलन का प्रमुख आकर्षण होंगे। कौन बनेगा करोड़पति लाइव शो लेकर आ रहे हैं जू. अमिताभ बच्चन जो कि हरिवंश राय बच्चन की कविताओं की प्रस्तुति भी देंगे। इसके अलावा देश के प्रसिद्ध व्यंग्यकार, हास्य कवि, स्टेण्डप कॉमेडियन, मिमिक्री कलाकारों को भी आमंत्रित किया गया हैं जिनमे प्रमुख रूप से कवयित्री गौरी मिश्रा नैनीताल, कवि दिनेश पाटीदार देशी घी, अशोक भाटी, डॉ. हरीश कुमार सिंह एवं रेडियो जॉकी शुभांगी शामिल हैं। ठहाका अदालत में जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं पत्रकारों पर रोचक मुकदमे चलाए जाएंगे। वर्ष भर ज़नचर्चा का विषय रहे शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी एवं राजनेताओं को खसकाश्री एवं उज़बकश्री जैसी रोचक उपाधियां प्रदान की जाएगी।
11 जनवरी को गूंजेंगे ठहाके, मंच का हुआ भूमिपूजन