182 गांवों के लिये 2400 करोड़ से बनेगी सांवेर उद्वहन सिंचाई योजना

 


उज्जैन। नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर में सांवेर के ग्राम पाल कांकरिया में बड़ी संख्या में किसानों की मौजूदगी में बटन दबाकर नर्मदा-मालवा गंभीर लिंक सिंचाई एवं पेयजल परियोजना का शुभारंभ किया। परियोजना से सांवेर क्षेत्र के 43 गांवों को सिंचाई एवं पेयजल सुविधा मिलेगी। 
नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने सांवेर क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों को इस परियोजना के लिये बधाई दी। उन्होंने बताया कि नर्मदा विकास प्राधिकरण की पहली बैठक में ही सांवेर क्षेत्र में नर्मदा जल लाने की मांग उठाई गई थी। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा किसानों के हित में  सह्दयता से निर्णय लिया गया। मंत्री श्री सिलावट की पहल पर सांवेर उद्वहन सिंचाई योजना बनाई जा रही है। इसकी लागत 2400 करोड़ रूपये होगी और इससे क्षेत्र के 182 गांव लाभान्वित होंगे। परियोजना से लगभग 80 हजार  हेक्टयर में सिंचाई होगी। मंत्री श्री बघेल ने नगर पंचायत सांवेर के लिये 2.5 एम.एल.डी. पानी का प्रावधान पेयजल के लिये करने का भी ऐलान किया।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि वर्ष 1985 में लिया गया उनका संकल्प "नर्मदा मईया  सांवेर चलो'' आज पूरा हुआ है। परियोजना से किसानों को निरंतर सिंचाई का जल मिलेगा। इस परियोजना से गांवों में पीने के पानी का भी इंतजाम किया जायेगा। पंद्रह-पंद्रह गांवों के तीन क्लस्टर बनाकर घर-घर में पेयजल उपलब्ध कराया जायेगा। 
कार्यक्रम में विधायक श्री विशाल पटेल ने कहा कि मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल एवं मंत्री श्री सिलावट आम जनता के लिये मनोयोग से काम कर रहे हैं। श्री पटेल ने कहा कि यशवंत सागर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाये। पूर्व मंत्री श्री रामेश्वर पटेल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। 
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसानों को निराकृत राजस्व दस्तावेज प्रदान किये गये। सांवेर जनपद द्वारा 42 लाख रूपये के हित-लाभ हितग्राहियों को प्रदान किये गये।