कलेक्टर टीकमगढ़ एवं कलेक्टर निवाड़ी को पत्र के माध्यम से मांग की
टीकमगढ़ (मप्र) : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ अभय प्रताप सिंह यादव ने कलेक्टर टीकमगढ़ एवं कलेक्टर निवाड़ी को पत्र के माध्यम से मांग की कि घूम रहे बेजुबान पशुओं को ठण्ड से बचाने गावों में अस्थाई गौशाला अबिलम्ब बनवायी जाये l कड़ाके की ठंड व सर्द हवाओं के कारण लगातार गिर रहे तापमान से मवेशियों की जान पर शामत बन गई है। डॉ यादव ने कहा कि सर्द हवाओं वाली ठंड से मवेशियों के शरीर पर प्रतिकुल प्रभावपड़ रहा है। जिसके कारण बेजुबान मवेशियों को ठंड से कई बीमारी अटैक कर रही है। कड़ाके की ठंड के कारण बेजुबान मवेशियों को कई प्रकार की बीमारी ने घेर लिया है। दूध घट रहा है, उनमें आलस्य देखा जा रहा है। मवेशी ठंड में बीमार हो रहे हैं। मवेशियों में ठंड लगने, शरीर व पांव कड़ा हो जाने, शरीर में चकत्ता निकलना व मुंह से झाग निकलने जैसी समस्या हो रही है , कोल्डस्ट्रोक एवं निमोनिया जैसी बीमारी घेर रही है l भैंसों में कोल्डस्ट्रोक ज्यादा होता है l डॉ यादव ने कहा की पशुपालन विभाग निरंतर मुस्तैदी से ग्रामीण पशु अस्पतालों पर डॉक्टर एवं दवाईयों की उपलब्धता पर सख्ती रखे तथा डॉक्टर निरंतर गावों में विजिट कर निगरानी रखेंl
टीकमगढ़ (मप्र) : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ अभय प्रताप सिंह यादव ने कलेक्टर टीकमगढ़ एवं कलेक्टर निवाड़ी को पत्र के माध्यम से मांग की कि घूम रहे बेजुबान पशुओं को ठण्ड से बचाने गावों में अस्थाई गौशाला अबिलम्ब बनवायी जाये l कड़ाके की ठंड व सर्द हवाओं के कारण लगातार गिर रहे तापमान से मवेशियों की जान पर शामत बन गई है। डॉ यादव ने कहा कि सर्द हवाओं वाली ठंड से मवेशियों के शरीर पर प्रतिकुल प्रभावपड़ रहा है। जिसके कारण बेजुबान मवेशियों को ठंड से कई बीमारी अटैक कर रही है। कड़ाके की ठंड के कारण बेजुबान मवेशियों को कई प्रकार की बीमारी ने घेर लिया है। दूध घट रहा है, उनमें आलस्य देखा जा रहा है। मवेशी ठंड में बीमार हो रहे हैं। मवेशियों में ठंड लगने, शरीर व पांव कड़ा हो जाने, शरीर में चकत्ता निकलना व मुंह से झाग निकलने जैसी समस्या हो रही है , कोल्डस्ट्रोक एवं निमोनिया जैसी बीमारी घेर रही है l भैंसों में कोल्डस्ट्रोक ज्यादा होता है l डॉ यादव ने कहा की पशुपालन विभाग निरंतर मुस्तैदी से ग्रामीण पशु अस्पतालों पर डॉक्टर एवं दवाईयों की उपलब्धता पर सख्ती रखे तथा डॉक्टर निरंतर गावों में विजिट कर निगरानी रखेंl