उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा गौ-वंश के संरक्षण की दिशा में चिन्तामण जवासिया स्थित श्री महाकालेश्वर गौशाला का संचालन किया जा रहा है। गौशाला प्रभारी श्री गोपाल सिंह कुशवाह ने बताया कि, वर्तमान में मंदिर की गौशाला में कुल 148 पशुधन है। जिसमें 68 गायों के अतिरिक्त बछड़े, बछडी आदि सम्मिलित है। प्रतिदिन प्रात: एवं सायं गौशाला के गायों का दूध भगवान श्री महाकालेश्वर के पूजन अभिषेक हेतु उपयोग में लिया जाता है। सेवा हेतु इच्छुक व्यक्ति/संस्था गौ-मित्र बनकर एक पशु अथवा अपनी स्वेच्छा से दो या उससे अधिक गायों के मित्र बनकर प्रतिदिन/प्रतिमाह/वर्षभर उनको अपना सहयोग दे सकते है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर की गौशाला में आम नागरिक/स्वयं सेवी संस्था भी गौशाला या मंदिर प्रशासनिक कार्यालय में संपर्क कर श्रमसेवा अथवा पशु आहार जैसे गेहुं भूसा/ चना भूसा/ खली/ हरी घांस की पिण्डी आदि के रूप में अपना योगदान दे सकते है। साथ ही अपने आप्तजनों के जन्मदिवस, पुण्यतिथि, विवाह वर्षगॉठ आदि अवसरों पर गौ सेवा कर पुण्य प्राप्त कर सकते है।