सिंधिया पर आरोप लगाने वाले पहले इतिहास को अच्छी तरह समझ ले उज्जैन ।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र सांखला ने कहा है कि श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर जो लोग उनके बारे में अनर्गल बातें कर रहे हैं वह इतिहास से कोसों दूर नासमझ लोग हैं इतिहास तो यह बताता है सिंधिया राजघराने और मराठा साम्राज्य ने इस देश में उस वक्त से लेकर आज तक राष्ट्रीयता और देश की लड़ाई लड़ी धर्म की लड़ाई लड़ी गौरतलब रहे कि सिंधिया परिवार ने जब दक्षिण से चले थे नर्मदा उन्होंने पार करके उज्जैन जब पधारें तब उन्होंने देखा कि यहां पर एक मुगल लुटेरा अल्तमश उज्जैन पर कब्जा करके बैठा हुआ था उसको महादजी सिंधिया ने मारा था और महाकालेश्वर कि जो पिंड थी उसे ब्राह्मणों ने एक कुंड में छुपा कर रखी थी उसे पुनर्स्थापित करवाया जो आज विमान है वहीं दूसरी ओर लोग सी हस्त को भूल गए थे 500 वर्षों तक सिंहस्थ उज्जैन में नहीं लगा उसे पुनः प्रारंभ करने का प्रारंभ करने का श्रेय भी सिंधिया राजघराने के राजाओं को जाता है जितने उच्च कोटि के राजा दिग्विजय सिंह जी है उतने ही उच्च कोटि के मराठा साम्राज्य के सिंधिया राजघराना है राणा जी शिंदे हैं जिनकी विरासत ढाई सौ वर्षो तक उज्जैन में थी सिंधिया रियासत में ही राजा दिग्विजय सिंह है यही कारण है कि सारी विरासत ओं का सहयोग देने के बाद मराठा साम्राज्य ने गवालियर से अफगानिस्तान साम्राज्य अटक से कटक तक अखंड भारत पर राज किया है भाजपा नेता ने कहा कि यह गद्दारी की जो नासमझ लोग बात कर रहे हैं वह सिर्फ कांग्रेश की चापलूसी और छूट भैया नेता की बोली है इन्होंने इतिहास को पढ़ा नहीं है और भारतीय इतिहास को जानते नहीं वह लोग सिंधिया जी का विरोध कर रहे हैं सबसे बड़े गद्दार तो वह लोग हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने की बात करके वोट हथियार और श्रीमंत ज्योतिरादित्य जी को मुख्यमंत्री नहीं बनाकर उनके साथ दोहरी राजनीति किए है
500 वर्षों तक सिंहस्थ उज्जैन में नहीं लगा उसे पुनः प्रारंभ करने का प्रारंभ करने का श्रेय भी सिंधिया राजघराने के राजाओं को जाता है