उज्जैन। एक तरफ आज शहर के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों को एक मरीज के परिजनों के अलावा पुलिस ने भी पीटने में कोई कसर नहीं रखी जबकि वहां के डॉक्टर 24 घंटे ड्यूटी देकर मरीजों की सेवा कर रहे हैं।
मरीज के दर्द की चिंता करने में खुद हो गए कोरोना पॉजिटिव,,, ऐसे चिकित्सक को सेल्यूट
शहर के अनेक चिकित्सक अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों का इलाज करने और ऑपरेशन करने में पीछे नहीं हट रहे हैं, ऐसे ही शिप्रा विहार कॉलोनी में रहने वाले एक डॉक्टर का पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया है, दैनिक मालव क्रांति ने डॉक्टर से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि संजीवनी अस्पताल में गत शनिवार को 17 साल के एक बच्चे का अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था, ऑपरेशन के वक्त पहले बच्चे का कोरोना टेस्ट करवाया गया था वह नेगेटिव आया था , इसी कारण बच्चे का ऑपरेशन करने में देरी नहीं की,ऑपरेशन के बाद भी बच्चे का आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव ही आया ,लेकिन सिटी स्कैन में इंफेक्शन होने के कारण पता चला की बच्चा कोरोना पॉजिटिव था, डॉक्टर के मुताबिक बच्चे का ऑपरेशन करने के बाद दूसरे दिन परेशानी होने पर कोरोना की जांच करवाई स्वयं के साथ-साथ पूरे परिवार की जांच करवाने पर परिवार के सभी सदस्य जिसमें 21 वर्ष की बिटिया 15 वर्ष का बेटा 46 वर्ष की पत्नी और 50 वर्षीय स्वयं पॉजिटिव आए, परिवार के सभी सदस्य अब घर पर ही आइसोलेट है।