उज्जैन जिले मे 18 77 मरीज होम आइसोलेट

 उज्जैन। शहर में होम आइसोलेट होने वाले मरीजों को न सिर्फ समय पर दवाइयों का डोज मिल रहा है, बल्कि समय-समय पर डॉक्टरों द्वारा उनका चेकअप और मोबाइल पर परामर्श दिया जा रहा है। यहां तक की होम आइसोलेशन में रहने वाले मरी


जों की तबीयत अचानक बिगड़ जाने पर उन्हें तत्काल अस्पतालों में भर्ती भी किया जा रहा है । प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने आज उज्जैन आकर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से मोबाइल के माध्यम से सीधा संपर्क किया और उनके हालचाल जाने के साथ-साथ अधिकारियों को उचित निर्देश भी दिए।मध्य प्रदेश सरकार ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की देखभाल को लेकर एक उच्च स्तरीय मानिटरिंग कमेटी बनाई है। विजय शाह को पूरे मध्यप्रदेश के होम आइसोलेशन मरीजों की देखभाल और अधिकारियों से सतत संपर्क का मुखिया बनाया है। इस प्रतिनिधि से बात करते हुए विजय शाह ने बताया कि कल ही कमेटी बनी और आज श्री महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन से फीडबैक लेने का काम शुरू किया है, उनके मुताबिक उज्जैन शहर में अनेक लोगों से बात करने पर उन्होंने संतुष्टि की बात कही, उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आना चाहिए और उनसे अधिकारियों के साथ साथ मंत्री भी लगातार संपर्क में रहे जिससे उनकी हिम्मत और सरकार पर विश्वास बना रहे। उन्होंने बताएगी हर संभाग के मुख्यालय पर जाकर कोरोना मरीजों से सीधा संपर्क करूंगा जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में इस वक्त 52338  मरीज होम आइसोलेट है ,इनमें से 18 77 मरीज उज्जैन में होम आइसोलेट है, जिनको मेडिकल किट के साथ-साथ डॉक्टरों की टीम की उचित सलाह 24 घंटे दी जा रही है। मरीजों की देखभाल के लिए और उनकी समस्याओं के हल के लिए 24 घंटे काम करने वाला हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है ,1075 नंबर पर कोरोना मरीज या उनके परिजन किसी भी तरह की जानकारी ले सकते हैं।