उज्जैन। शहर में अब तक पांच फोटोग्राफरों की मौत 5 दिनों में हो चुकी है इनमें से कुछ कोरोना के कारण कुछ करुणा के इलाज के चलते हैं और एक पुरानी बीमारी से चल बसा अचानक फोटोग्राफरों की मौत को लेकर अन्य फोटोग्राफर चिंतित है क्योंकि कोरोना की बीमारी के बावजूद शहर में फोटोग्राफर बड़ी संख्या में व्यक्तिगत तौर पर और मीडिया के लिए काम कर रहे हैं फोटोग्राफर अनिल जरवाल, वशिष्ठ ,दिनेश ,और गयूर भाई के बाद आज कुलदीप आर्य की मौत से फोटोग्राफरों में डर बैठ गया है।
नगर के एक और युवा होनहार फोटोग्राफर की मौत की खबर से पूरे फोटोग्राफर जगत में शोक है प्राप्त जानकारी के अनुसार बहादुरगंज आर्य समाज मार्ग निवासी कुलदीप आर्य फोटोग्राफर जो कि चामुंडा माता के भक्त थे तथा हमेशा चामुंडा माता की सेवा करते रहते थे, रात्रि में अचानक तबीयत खराब होने पर रात्रि में ही उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जिनकी इलाज के दौरान मृत्यु होना बताई जा रही है जानकारी मिली है कि उनको पूर्व से ही किडनी की समस्या थी जिसका उन्होंने कुछ दिन पूर्व ही अहमदाबाद में इलाज करवाया था इस दुखद सूचना के बाद पूरे फोटोग्राफर जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गई
लगता है कि नगर में कोरोना ओर विमारियो की फोटोग्राफरों से विशेष दुश्मनी लग रही है अब तक पांच फोटोग्राफर असमय ही मौत के मुंह में जा चुके हैं। बहादुरगंज स्थित नेहा स्टूडियो को संचालित करने वाले दिनेश वेद का दो दिन पहले कोरोना इलाज के चलते निधन हो गया इसके पूर्व इनके ही परिवार से भाई और भाभी की भी कोरोना से मृत्यु हो चुकी है तथा एक पुत्र का चिकित्सालय इलाज चल रहा है। फोटोग्राफरों के साथ हो रही लागातर मौतों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसके पूर्व जनसंपर्क विभाग के निवर्तमान लोकप्रिय फोटोग्राफर गयूर भाई की भी अचानक मृत्यु हो चुकी है।