देश के प्रख्यात समालोचक, साहित्यकार एवं विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष स्वर्गीय आचार्य राममूर्ति त्रिपाठी की पुत्रवधु एवं श्री अमिताभ त्रिपाठी बन्टुल की धर्मपत्नी श्रीमती कंचन त्रिपाठी का दिनांक 23 अप्रैल को देर रात एक निजी अस्पताल में कोविड के इलाज के दौरान असामयिक दुखद निधन हो गया। वे 57 वर्ष की थीं। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं विक्रम विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। पिछले कई दशकों तक उन्होंने देश के अनेक राज्यों में केंद्रीय विद्यालय में प्रशिक्षित स्नातक संस्कृत शिक्षिका के रूप में अविस्मरणीय सेवाएँ दीं। वे अपने पीछे दो पुत्र छोड़ कर गई हैं।
अनेक साहित्यकार, संस्कृतिकर्मियों और प्रबुद्ध जनों ने श्रीमती कंचन त्रिपाठी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है।