पुलिस प्रशासन सत्ता के भारी दबाव में, बिना अनुमति के कमलनाथ का पुतला जलाने के बाद नहीं हुई भाजपा नेताओं के खिलाफ एफ आई आर दर्ज -कांग्रेस

 


देवास । भारतीय जनता पार्टी की सरकार का अधिकारियों पर इतना ज्यादा दबाव है कि अगर भारतीय जनता पार्टी के नेता कार्यकर्ता कानून से परे जाकर भी अगर कोई काम करते हैं तो उनके उस काम को पुलिस अधिकारी नजर अंदाज कर देते हैं। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के द्वारा सयाजी द्वार पर बिना अनुमति के टीआई उमराव सिंह की उपस्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का पुतला जला दिया गया। जिसकी प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई, बावजूद पुलिस के आला अधिकारी सत्ता के इतने दबाव में है कि उन्होंने सब कुछ देखने के बाद भी उन पर कोई कार्यवाही नहीं की । जबकि आज कोरोना की गाइड लाइन के अनुसार 1 जून तक तो लॉकडाउन लागू किया गया है और उसके अनुसार  कोई भी राजनीतिक दल इस तरह का प्रदर्शन नहीं कर सकता है। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि यह सीधा-सीधा कानून का उल्लंघन है और इस काम में जिला प्रशासन और पुलिस दोनों ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की खुलकर मदद कर रहे हैं जो कि अनुचित है। कांग्रेस ने एसपी शिवदयाल सिंह  गुर्जर से मांग की है कि वे तत्काल ही कार्यवाही करते हुए पुतला जलाने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए एफ आई आर दर्ज करें। इस तरह से अगर कानूनों का उल्लंघन होने लगेगा तो सत्ताधारी दल को देखकर अन्य दल के लोग भी इस तरह के राजनीतिक प्रदर्शन करने लगेंगे जो कि  कोरोना गाइडलाइन के बनाएं नियमों के विपरीत होगा।