Remdesivir injection कैसे-कहां मिलेगा कोई बताने को तैयार नहीं

 



उज्जैन।

 फेफड़ों का संक्रमण कम करने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। कोरोना मरीजों के स्वजन इंजेक्शन के लिए भटक रहे हैं। अस्पतालों ने इंजेक्शन लाने का जिम्मा मरीजों के स्वजन पर ही छोड़ दिया है। स्वजन रो रहे हैं, गिड़गिड़ा रहे हैं, पर यह बताने को कोई तैयार नहीं है कि इंजेक्शन कैसे मिलेगा, कहां मिलेगा और कौन देगा। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या दिनों दिन भले ही घटती जा रही है और उसी अनुपात में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी,,,, लेकिन फिर भी उज्जैन के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को इंजेक्शन के डोज हर हाल में चाहिए। जिला प्रशासन ने 23 मई को 205 इंजेक्शन उपलब्ध करवाए थे इसके बाद 24 ,25 और 26 मई को किसी भी प्रकार की कोई सूचना मीडिया को नहीं दी गई, परिणाम स्वरूप अस्पतालों में भर्ती मरीज रेमसीविर के लिए परेशान हो रहे हैं विशेषज्ञों के मुताबिक एक मरीज को लगभग 6 डोज देते हैं पहले डोज और दूसरे डोज के बीच में ज्यादा अंतर रखना संभव नहीं है उदाहरण के लिए यदि किसी मरीज को 23 मई को एक इंजेक्शन लगाया गया है तो दूसरा इंजेक्शन 24 मई को लगाना जरूरी है ऐसा न करने की स्थिति में पहले वाले इंजेक्शन का कोई अर्थ नहीं रह जाताा। 3 दिन से गायब इंजेक्शन की उपलब्धता को लेकर इस संवाददाता ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ महावीर खंडेलवाल को मोबाइल लगाया तो हमेशा की तरह उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया टैक्सट मैसेज करने पर भी पर भी कोई जवाब देना उन्होंने उचित नहीं समझा।