आरोपियों के पास से दो एक्टिवा स्कूटर व एक पिस्टल बरामद
पुलिस की कार्रवाई से मृतक की पत्नी संतुष्ट नहीं, पुलिस अधीक्षक को दिया आवेदन
देवास। दो दिन पूर्व मंगलवार 1 जून को शहर के मध्य करोली नगर में समीर रॉय नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपियों को तलाशने के लिए टीम बनाई थी। पुलिस को इसके तहत सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी मिले थे, जिसके आधार पर पुलिस ने चार आरापियों को धरदबोचा है। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता कर बताया की चारों आरोपियों ने समीर की हत्या आपसी विवाद व किराए से लिए गए कैमरे के पैसों के लिए की थी। आयुष जैन नामक व्यक्ति ने 400 रूपए प्रतिमाह के हिसाब से कैमरा किराए पर दे रखा था। उन्होनें बताया की सभी आरोपियों के पूर्व से अपराधिक रिकार्ड भी हैं। प्रेस वार्ता खत्म होने के बाद मृतक की पत्नी नीकिता रॉय पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची जहां उन्होनें एक आवेदन पुलिस अधीक्षक को दिया है। उन्होनें मांग की है की उनके पति की हत्या करने वालों को उन्होनें देखा है जो आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार किए है वह असली नहीं है। पुलिस अधीक्षक ने आवेदन लेकर उन्हें आश्वस्त किया है की इस प्रकरण की विवेचना जारी है।
दो दिन पूर्व मंगलवार 1 जून को करोली नगर के निवासी समीर रॉय की गोली मारकर चार आरोपियों ने हत्या कर दी गई थी। समीर रॉय पिछले दो माह से पैरोल पर अपने घर आया हुआ था। पुलिस ने समीर की सास ज्योति दुबे की रिपोर्ट पर अज्ञात चार आरोपियों के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कर लिया था। प्रकरण के तहत दूसरे दिन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चार आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था। सिविल लाइन थाने पर जब आरोपियों को गिरफ्तार कर लाया गया था, उस दौरान मृतक समीर की पत्नी भी थाने पर पहुंची थी, उन्होनेें कहा था की मेरे पति की मेरे सामने हत्या की गई है। उन्होनें पुलिस पर आरोप लगाकर कहा था की पुलिस ने उनके बयान नहीं लिए हैं साथ ही उन्होंने कहा की उनके सामने ही उनके पति को मारा है। इसके साथ ही उन्होनें आरोप लगाते हुए कहा की इसमें भाजपा नेता चिंटू रघुवंशी आरोपी है। पुलिस उसे गिरफ्तार क्यों नहीं करती है।
आपसी विवाद को लेकर हुआ था हत्याकांड
इस मामले को लेकर गुरूवार को पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता के तहत बताया की सभी चार आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने बताया की मृतक व सभी आरोपी आपस में परिचित थे। सभी आरोपियों के पूर्व में अपराधिक रिकार्ड भी है। दो बार इन आरोपियों ने मृतक से मुलाकात की थी मृतक के घर पर जाकर मिल चुके हैं। इन लोगों का आपसी विवाद रहा था जिसके चलते 1 जून को इनके बीच आपस में पहले कहासुनी हुई थी। जिसके चलते एक आरोपी गोविंद ने समीर को गोली मार दी थी। इसमें दो-तीन कारण और हैं जिसमें मुख्य रूप से कारण यह था की आयुष जैन नाम के व्यक्ति से 400 रूपए प्रतिमाह के किराए पर ले रखा था। वहीं हर्षद बाघल नाम का लडक़ा था जिससे रोहित शर्मा का 10 दिनों पूर्व विवाद हुआ था। आपस में कहासुनी व विवाद हुआ था। इसको लेकर मृतक से रोहित शर्मा नाराज चल रहा था, उन्होनें बताया की यह दोनों दोस्त थे और समझाइश दिलाने के गए थे लेकिन उससे बात नहीं बनी थी और विवाद बढऩे से गोली मार दी थी। इसके साथ ही उन्होनें बताया की इसमें एक दूसरा कारण भी सामने आया है की रोहित शर्मा की एक महिला मित्र है। इसमें दो व्यक्ति जो मृतक के साथी थे उनके साथ भी परिचय था। इस बात को लेकर दोनों में विवाद था। इस बात की समझाइश देने को लेकर चारों आरोपी समीर के पास गए थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया की इस मामले में विवेचना जारी है। पुलिस ने चारों आरोपियों के पास से दो एक्टिवा वाहन व घटना में प्रयुक्त पिस्तोल को जब्त कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई से मैं संतुष्ट नहीं हूं... : नीकिता रॉय
प्रेस वार्ता के बाद मृतक की पत्नी नीकिता रॉय भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंची जहां उसने मीडिया के समक्ष कहा की वह यहां पर आवेदन देने आई है की पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है वह असली नहीं है। असली आरोपी भाजपा नेता चिंटू रघुवंशी है। उसी के द्वारा यह सब किया गया है। नीकिता रॉय ने बताया की वह 2013 से परेशान कर रहा था। हम उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे थे क्योंकि मैं व मेरी माताजी कैंसर से पीडि़त है। हम लोग अकेले रहते हंै हमें यह डर था की मेरे पति की पैरोल बंद करा देंगे। जब मेरे पति के साथ यह कांड हुआ था तब मैं मेरे पति के साथ ही थी। गोली लगने के बाद मेरे पति से मैंने पूछा तो उसने चिंटू रघुवंशी का नाम लिया था। मैंने थाने पर जाकर गवाही दी थी उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई ना ही चिंटू रघुवंशी का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया था। मृतक की पत्नी नीकिता रॉय ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कहा की पुलिस की इस कार्रवाई से वे संतुष्ट नहीं हूं कृपया उक्त प्रकरण को लेकर जांच पुन: करवाई जाए।
यह चार आरोपी वाहन व पिस्तोल के साथ पकड़ाए
पुलिस अधीक्षक ने बताया की प्रकरण में अज्ञात आरोपियो की पहचान साक्षियों के कथनो व सीसीटीवी कैमरे में कैद विडियो फुटेज के आधार पर हुई है। जिसमें चारों आरोपी 1. रोहित उर्फ बच्चा पिता संतोष शर्मा उम्र 21 साल निवासी ग्राम मिसरोद थाना डोलरिया जिला होशंगाबाद हाल मुकाम किराये के मकान में पानी की टंकी के पीछे बद्रीधाम नगर, 2. गोविंद पिता किशोर चौधरी उम्र 20 साल निवासी 84/4 शांतिपुरा 3. विवेक सिंह उर्फ बबल सोलंकी पिता धुलसिंह सोलंकी उम्र 28 साल निवासी ग्राम बजेपुर थाना विजयांगज मंडी हाल मुकाम किराये का हकीम हुसेन का मकान नं.-38 राम नगर एक्सटेंशन 4. विजय उर्फ गंजु पिता लक्ष्मण मालवीय उम्र 20 साल निवासी रुपापुरा थाना काली सिंघ जिला शाजापुर हाल मुकाम कबीट नगर को सिंगावदा ग्रीड मीठ एवं क्षिप्रा क्षेत्र से पुलिस हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी 1. गोविन्द चौधरी से घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल (गन) को बरामद किया गया, तथा आरोपी 2. विवेक सिंह उर्फ बबल, 3. विजय मालवीय उर्फ गंजु से घटना में प्रयुक्त एक्टिवा स्कूटी गोल्डन ग्रे कलर की एवं व्हाईट कलर की जब्त की गई हैं। सभी आरोपियों के पास से घटना के समय पहने कपड़े भी जब्त किये गये हैं।
इनका रहा सरहनीय कार्य
उक्त कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह चावला, नगर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह चौहान, उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय)किरण कुमार शर्मा, सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह, कोतवाली थाना प्रभारी थाना निरीक्षक उमराव सिंह, नाहर दरवाजा थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश इजालदार, उनि गौरव नगावत, उपेन्द्र नाहर, गणेशलाल जटिया, सउनि प्रकाश चन्द्र राजोरिया, राकेश बाबु शर्मा, ठाकुर लाल, प्र.आर.धर्मवीर, संतोष रावत, आर नवीन देथलिया, रवि पटेल, पंकज अजनोदिया, सायबर से आर. शिवप्रताप सिंह, आर.चा.रोहित चावड़ा, सैनिक निलेश चौधरी की सराहनीय भूमिका रही हैं। उक्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को उनके इस सराहनीय कार्य के लिए उत्साहवर्धन हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा नगद ईनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।