गुरुकुलों, विद्यालयों का एकीकरण कर संस्कृति को जीवंत बनाया जाए

 



प्रबुद्ध जन संवाद कार्यक्रम ”की अगली कड़ी में महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति विजय कुमार सी जी द्वारा चार धाम मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी शांति स्वरूप आनंद गिरि जी महाराज से सौजन्य भेंट की गई। स्वामी जी ने संस्कृत विषय की प्रति अपनी चिंता व्यक्त की कि वर्तमान में दृढ़ रूप से शास्त्र पढ़ने वाले छात्रों की कमी है सनातन परंपरा की अमूल्य साहित्य को वर्तमान से जोड़ने का कार्य ऐसे छात्र ही करेंगे । स्वामी जी ने कहा कि भारतीय ज्ञान संपदा को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।कुलपति जी ने कहा की विश्वविद्यालय के संस्कृत शिक्षण प्रशिक्षण ज्ञान संवर्धन केंद्र के द्वारा संभाषण कक्षाओं का संचालन समय-समय पर किया जाता है जिसका लाभ आम जनता को होता है यह शिक्षण निशुल्क होता है। अतःसंभाषण कक्षाओं का संचालन ऐसे बच्चों के ज्ञान संवर्धन की दृष्टि से स्वामी जी के आश्रम में संचालित किया जाएगा जिसका लाभ कोई भी इच्छुक व्यक्ति ले सकता है। चर्चा में व्यापक दृष्टिकोण रखते हुए कुलपति जी ने विचार रखा कि उज्जैन जिले के सभी गुरुकुलों, विद्यालयों का एकीकरण कर संस्कृति को जीवंत बनाया जाएगा।वर्तमान कुलपति महोदय एक व्यापक दृष्टिकोण रखते हुए विश्वविद्यालय के विकास  में एक साकार कल्पना को मूर्त रूप देने का प्रयास कर रहे हैं। यहां सौजन्य भेंट उस कल्पना को मूर्त रूप देने में सहायता करेगी।