ऋषि नगर, नानाखेड़ा, अलख धाम ,विवेकानंद कॉलोनी और सेठी नगर में सर्वाधिक संक्रमित मिले,.,,, 7 दिन में पॉजिटिविटी दर में तीन सौ प्रतिशत की वृद्धि और संक्रमित मरीजों की संख्या 65 से बढ़कर 186 पर पहुंची,,,,

 




उज्जैन। कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ परिवार के एक से अधिक सदस्य पॉजिटिव आ रहे हैं, थर्ड वेव का यह ट ट्रेंड बच्चों पर भी असर कर रहा है, उज्जैन जिले में पॉजिटिव आने वाले लगभग अधिकांश मरीजों के परिवार के सदस्य भी पॉजिटिव आए हैं, इनमें बच्चों से लगाकर बुजुर्ग तक शामिल है, कोरोना की दूसरी और पहली लहर में परिवार के अन्य सदस्य पॉजिटिव नहीं आ रहे थे, लेकिन तीसरी लहर में संक्रमण परिवार के अन्य सदस्यों पर भी अटैक कर रहा है, बड़ी संख्या में बच्चे इससे प्रभावित हो रहे हैं। आरआर टीम के नोडल अधिकारी डॉक्टर रोनक एलची के अनुसार मास्क ही संक्रमण को फैलने से रोक सकता है, उन्होंने बताया कि पिछली दो लहर में घर के अन्य सदस्य और बच्चे प्रभावित नहीं हो रहे थे, लेकिन अब संक्रमण बच्चों तक पहुंच रहा है, लेकिन सुखद यह है कि संक्रमित होने वाले बच्चों से लगाकर परिवार के बुजुर्ग तक 4 या 5 दिन में ठीक भी हो रहे हैं। उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के संक्रमित होने पर मन से ही दवाइयों का इस्तेमाल करने को गलत बताया है, उनके मुताबिक हर मरीज की केस स्टडी अलग होती है, इसलिए अपील की है कि परिवार का यदि कोई और सदस्य पॉजिटिव आने पर डॉक्टर की सलाह के बगैर दवाई ना ले ।


पांच क्षेत्र जो हॉटस्पॉट बन गए


शहर में 150 से अधिक जिनमें कालोनियां और पुरानी बस्ती के क्षेत्र शामिल है  में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, लेकिन नानाखेड़ा ,अलख धाम कॉलोनी ऋषि नगर, सेठी नगर और विवेकानंद कॉलोनी में सर्वाधिक पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। अनुमानित 20 से 25% मरीज इन्हीं क्षेत्रों से हैं


7 दिनों में पॉजिटिविटी 3.15 से बढ़कर 9.11 हो गई,


पिछले 7 दिनों में लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जबकि टेस्ट लगभग बराबर हो रहे हैं, 7 जनवरी को 2058 टेस्ट में 65 संक्रमित सामने आए थे, 13 जनवरी को भी 2040 जांच की गई लेकिन संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि होकर 186 मरीज पॉजिटिव आए। 7 जनवरी को 65 ,8 जनवरी को 63 ,9 जनवरी को 93 ,10 जनवरी को 124 ,11 जनवरी को 170, 12 जनवरी को 107, और 13 जनवरी को सर्वाधिक 186 संक्रमित सामने आए ।

7 दिनों में 808 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं , पॉजिटिविटी   दर भी 7 दिनों में 3.15 से बढ़कर 9 . 11 हो गई है, अर्थात हर 100 मरीजों में से 9 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है।

7 दिनों में उपचाररत में रहने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़कर 191 से 862 हो गई है, राहत इस बात की है कि इनमें से 847 होम आइसोलेट है.